चीरकर हर दिन निशा के गहन अंधकार को, एक नई उम्मीद प्रदान करता इस संसार को, चीरकर हर दिन निशा के गहन अंधकार को, एक नई उम्मीद प्रदान करता इस संसार को,
सूर्य-किरणें सूर्य-किरणें
तू जी हर क्षण, हर मंजर जी तू हर दर्द को हँसकर जी तू भाव सूर्य का खुद मे ला और जलकर भी दुनिय... तू जी हर क्षण, हर मंजर जी तू हर दर्द को हँसकर जी तू भाव सूर्य का खुद मे ला...
जो पंख हैं लगे तेरे, तो शाख़ पर बैठा है क्यूँ, खोल पंख, उड़ ले ज़रा, ये आसमां तेरा ही है । जो पंख हैं लगे तेरे, तो शाख़ पर बैठा है क्यूँ, खोल पंख, उड़ ले ज़रा, ये आसमां...
उस दिन हुआ था गर्व मुझको अपने भारतीय होने का। उस दिन हुआ था गर्व मुझको अपने भारतीय होने का।
करवा चौथ की ढेरों शुभकामनाएं सभी को.. करवा चौथ की ढेरों शुभकामनाएं सभी को..